आँखों का काजल संवारों जरा

आज की रात निकलो न तारों ज़रा  आज की रात तनहा गुजारो ज़रा  मेरा किस्मत को तारीक तर छोड़ दो  अपनी आँखों का काजल संवारों जरा

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