आजकाल के बालक पढ़ते टाइम फेसबुक और व्हाट्सएप्प पे टाइमपास कर लेते हैं.. एक हम थे जो कापी के कवर पे चढे अख़बार में लड़कियों की तस्वीरो पे मूँछ बना-बना के गुज़ारा करते थे.