क्या नशा है इश्क आज तक समझ ना पाये हम, उन नशीली आँखों में कहीं हो ना जाऐं गुम, युँ तो इश्क समझ नहीं आता ना जाने क्या बला थी ये, कि जुदा होने पे उनकी ये आँखे हो गई है नम..