आदतें अलग हैं हमारी दुनिया वालों से, कम दोस्त रखते हैं मगर, लाजवाब रखते हैं, क्योंकि 'बेश़क हमारी माला छोटी है, पर फूल उसमें सारे गुलाब रखते हैं...'