आदत है उन्हें भूल जाने की....

कहां से शुरुवात करुं इस फ़साने की, कोशिश करें कोइ गीत गुनगुनाने की,

मेरी ग़ज़लों में उनका नाम आया तो, शायरी पर भी उठी उंगलियाँ जमाने की,

कोइ पैगाम तो भेजो कि चले आएं आज वो, मौत सिरहाने खड़ी है उनके दीवाने की,

ए हवा याद दिला देना उन्हें वादा उनका, सुना है आदत है उन्हें भूल जाने की....

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