हवाई यात्रा करने वाले के लिए अच्छी खबर

नई दिल्ली : अब हवाई यात्रा करने वाले लोगो के लिए एक बहुत अच्छी खबर है कि अब भारत में हवाई यात्रा के दौरान भी इंटरनेट का इस्तेमाल किया जा सकेगा। भारत सरकार ने यह फैसला पैसेंजर्स और एयरलाइन्स की मांग पर फ्लाइट्स में वाइ-फाइ बेस्ड इंटरनैट की सुविधा देने का फैसला किया है। देश इंटरनैट कनेक्टिविटी मुहैया कराती हैं। बजट एयरलाइन स्पाइसजेट के सीओओ संजीव कपूर ने इस प्रस्ताव का स्वागत किया है।
सिविल एविएशन मिनिस्ट्री के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि उनके मंत्रालय ने इसके लिए डिपार्टमेंट ऑफ टेलिकम्युनिकेशंस (डीओटी) के सामने प्रस्ताव रखा है और इस बारे में जल्द ही औपचारिक तौर पर ऐलान किया जा सकता है। सीनियर अधिकारी के मुताबिक, 'यह स्वागत योग्य कदम है। दुनिया के कई देशों में इसकी इजाजत है। 
अमरीका में तो इक्का-दुक्का ही ऐसी फ्लाइट्स हैं, जिनमें वाई-फाई की सुविधा नहीं होती है।' एविएशन कंसल्टेंसी कापा के चीफ एग्जेक्युटिव, साउथ एशिया कपिल कौल ने कहा कि यह पहल कस्टमर्स, खासतौर पर बिजनेस ट्रैवलर्स के लिए काफी अच्छी है।फ्लाइट्स में नेट सर्फिंग मुसाफिरों को काफी आकर्षित करती है। फ्लाइट में मोबाइल फोन के इस्तेमाल की तरह वाईफाई और बाकी टेक्नॉलजी के लिए भी रेगुलेटरी मंजूरी की जरूरत होती है। आमतौर पर एयरलाइंस प्लेन में सर्वर इंस्टॉल कर वाई-फाई सर्विस मुहैया कराती हैं।
यह सर्वर मोबाइल ब्रॉडबैंड नैटवर्क या सैटलाइट लिंक से जुड़ा होता है। रिसर्च फर्म आईएचएस के मुताबिक, अगले 10 साल में सेल सर्विस या वाई-फाई से जुड़े कमर्शल प्लेन की संख्या में तीन गुना से भी ज्यादा बढ़ोतरी की उम्मीद है। सबसे ज्यादा ग्रोथ एशिया में हो सकती है। दरअसल, हवाई जहाजों में वाई-फाई सर्विस देना (खासतौर पर सैटेलाइट के जरिये) काफी महंगा पड़ता है और कुछ ही एयरलाइंस इस कॉस्ट की रिकवरी कर पाती हैं। साथ ही, कई पैसेंजर्स इस सर्विस को लेना नहीं चाहते हैं, लिहाजा रेवेन्यू काफी कम रहता है।
उन्होंने कहा कि फ्लाइट्स में वाई-फाई सिस्टम के लिए कई स्तरों पर प्लानिंग और इंफ्रास्ट्रक्चर डिवेलपमेंट की जरूरत है। देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो के प्रेजिडेंट आदित्य घोष ने कहा कि हवाई यात्री निकट भविष्य में फ्लाइट्स में वाई-फाई फैसिलिटी की उम्मीद नहीं कर सकते।

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