दहशत में नेपाल, अब तक कई की मौत देखे दर्दनाक तस्वीरें

काठमांडू/नई दिल्ली: नेपाल और भारत के विभिन्न क्षेत्रों में आए भूकंप से मची तबाही में सबसे अधिक हानि नेपाल में होने की बात की जा रही है। ताज़ा जानकारी के अनुसार नेपाल में शनिवार को आए भूकंप में लगभग 1800 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। नेपाल पुलिस मुख्यालय के मुताबिक, भूकंप के कारण देश भर में 1800 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। कई लोग अभी भी मलबे के अंदर दबे हैं. भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7.9 मापी गई। इसका केंद्र काठमांडू से 75 किलोमीटर दूर लामजुंग जिले में था, नेपाल के विभिन्न शहरों में भूकंप से करीब 1800 से ज्यादा लोगो को अपनी जान गंवानी पड़ी है। भूकंप की भयावहता को देखते हुए सरकार ने तेजी से राहत और बचाव कार्य प्रारंभ कर दिया है.
 
दूसरी ओर भारत के बिहार में लगभग 34 लोगों के मरने की सूचना है। मिली जानकारी के अनुसार नेपाल में करीब 7.9 तीव्रता के भूकंप से धरती हिल उठी। भवन अपनी नींव से ही कमजोर हो गए। नेपाल की लोकप्रिय मीनार भूकंप से प्रभावित होकर भरभराकर गिर गई। नेपाल के मंदिरों पर भी भूकंप का असर हुआ है। यहां का प्रसिद्ध जानकी मंदिर भी क्षतिग्रस्त हुआ है। यही नहीं नेपाल के व्यस्त क्षेत्रों में लोगों को अधिक नुकसान उठाना पड़ा है। यहां धरती में दरार साफतौर पर देखी गई। यही नहीं नेपाल में कई भवन जमींदोज़ हो गए।
 
आफ्टर शाॅक्स आने पर भी कई भवन धराशाई हो गए। भारत में उत्तर भारत, पश्चिम बंगाल, समेत कई राज्यों में भूकंप का असर देखा गया। अकेले बिहार में 34 लोग मारे गए। उत्तर प्रदेश में 12 और पश्चिम बंगाल में 3लोगों के मारे जाने की जानकारी मिली है। भारत में जिन क्षेत्रों में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए वहां भवनों से मलबा गिर कर आसपास पार्क किए गए वाहनों पर गिर गया। सड़कों पर बिल्डिंग्स का मला देखा गया।
 
माना जा रहा है कि आने वाले समय में भी भूकंप के झटके महसूस किए जा सकते हैं। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने इस मसले पर कहा कि भारत की ओर से भरपूर सहयोग दिए जाने के लिए नेपाल सरकार को आश्वस्त किया गया है। भारत में स्थिति को लेकर स्पष्ट तौर पर कुछ भी कहना मुश्किल है। आपदा से निपटने के लिए एनडीआरएफ को तैयार किया गया है।

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