माइग्रेन, एक ऐसी बीमारी जिसके मरीज दुनियाभर में लगातार बढ़ते जा रहे हैं. हमारे देश में भी इसकी तादाद बढ़ती जा रही है. यदि आपके मन में यह सवाल उठ रहा है कि आखिर ये माइग्रेन होता क्यों हैं तो आइये इसके बारे में जानते है. 1. प्राकृतिक या हार्मोनल बदलाव, जो खासकर महिलाओं के मामले में होता है, जहां एस्ट्रोजेन हार्मोन का स्तर कम होने पर सिरदर्द होता है. महिलाओं को पीरियड के समय या उससे पहले सिरदर्द हो सकता है. कुछ दवाएं, जैसे-गर्भनिरोधक गोलियां या हार्मोन रिप्लेशमेंट थेरेपी से या तो सिरदर्द बढता है या घट जाता है. 2. कुछ खाद्य या पेय पदार्थ, जैसे- बीयर, रेड वाइन, पुराने पनीर, चॉकलेट, अस्पार्टेम, कैफीन का अधिक उपयोग, मोनोसोडियम ग्लूटामेट आदि से माइग्रेन का सिरदर्द शुरू हो सकता है. 3. तनाव और बेचैनी होना. 4. संवेदनात्मक उत्तेजना, जैसे-तेज प्रकाश, धूप से आंख चुंधियाना, तेज आवाज, परफ्यूम, बदबू (जैसे-पेंट थिनर और धुआं). 5. सोने-जगने के पैटर्न में अवरोध जैसे-सो नहीं पाना, अत्यधिक सोना आदि. 6. शारीरिक कारक जैसे-शारीरिक थकावट या अत्य़धिक परिश्रम. 7. मौसम में बदलाव(अत्यधिक गर्मी या ठंडक). 8. कुछ दवाएं माइग्रेन के दर्द को शुरू कर सकते हैं.