दुनियावालों के लिए एक जूनून थे माइकल जैक्सन

आज के ही दिन करोड़ों दिलो पर राज करने वाले माइकल जैक्सन ने दुनिया को अलविदा कहा था. आज उनकी 6वी पुण्य तिथि के मौके पर सारी दुनिया उन्हें याद कर श्रद्धांजलि अर्पित कर रही है. दुनियाभर में आज भी माइकल जैक्सन के करोड़ों चाहने वाले है. शो-बिजनेस में दिन दुगनी रात चौगुनी सफलता मिलने के कारण माइकल जैक्सन को सृजन का समय कम और प्रदर्शन का अवसर अधिक मिला, उनका पूरा जीवन इसी भ्रम में बीत गया. उनके हर अगले एलबम के बीच चार से पांच साल का लंबा अंतराल रहता था. उनके प्रशंसको को उनके एलबम के आने का बेहद बेसब्री से इंतजार रहता है. 

जैक्सन ने एक सोलो आर्टिस्ट के रूप में 30 वर्षो तक काम किया और एक कलाकार के रूप में लगभग चार दशक व्यतीत कर दिए. यानी शो-बिजनेस की चालीस सालो की लम्बी पारी चली. इन चालीस वर्षो में उनके गाए सोलो गीतों की संख्या तकरीबन 150 और कुल गीतों की संख्या मात्र 200 ही रही है. जरा ध्यान दिया जाए तो, चालीस वर्ष और सिर्फ दो सौ गीत. एलबम भी कुछ ज्यादा नहीं रही मुश्किल से दर्जन भर. जैक्सन का ध्यान हमेशा क्वांटिटी की अपेक्षा क्वालिटी पर रहा. वे अपने प्रशंसकों की तरफ बहुत कम ध्यान दिया करते थे और उन्हें बहुत ही कम गीत दिए.

जैक्सन के बारे में बोला जाता है कि हजारों-लाखों प्रशंसकों की दीवानगी देख कर जैक्सन के सर मानो पागलपन संवार हो जाता और फिर वे एक नया व्यक्तित्व धारण कर लेते थे. उनकी मौजूदगी ऊर्जामयी, गायन दैदीप्यमान और परफार्मेंस पॉवर अद्वितीय हो जाती थी. लेकिन शो के बाद फिर वह अपने वास्तविक संसार में वापिस आ जाते थे. निश्चय ही, जैक्सन का डांस पारंपरिक डांस नहीं है. वह संगीत के साथ किया गया मूव है. बार-बार हाथ को झटका देना, कोई नृत्य भंगिमा नहीं है. यह कला का फूट-फूटकर बाहर आना दिखाता है.

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