5 साल की बच्ची के साथ शारीरिक और मानसिक बलात्कार

महासमुंद- आज से कुछ साल पहले हमारा देश घूसखोरी और भ्रष्टाचार से चर्चित था. हमने हाथ-पैर बहुत मारे लेकिन जीत नहीं पाए. फिर धीरे-धीरे हमे उसकी आदत पड़ गयी. अब चलन में आया है बलात्कार और सामूहिक बलात्कार... फ़िलहाल देश में इसी तरह की खबरे सुनने को मिलती है. वो अपराध, जिसमें केवल तन ही नहीं, बल्कि मन भी लहूलुहान होता है. इस दर्द को भूल पाना इतना आसान नहीं होता. अब तो हैवानों ने हैविनायत की इंतहां ही कर दी है, कि वो एक बच्चे के शरीर को भी औरत के शरीर के रूप में देखते हैं. ऐसे जानवर को इंसान की न तो संवेदना की परवाह होती है, न भावनाओं की और न तो उसके तन और मन को होने वाले असहनीय दर्द की. परवाह होती है तो सिर्फ अपनी हवस मिटाने की.

आपको बता दे कि इस बार मामला छत्तीसगढ़ के महासमुंद का है. जहा एक इंसान का चोला पहने हैवान ने एक 5 साल की बच्ची की आबरू को तार-तार कर दिया. और इस बलात्कार से सिर्फ उसका शरीर ही चोटिल नहीं हुआ. बलात्कार के बाद उसके साथ सरकारी अस्पताल में जो बर्ताव हुआ, उसने उसके मस्तिष्क और कोमल मन का भी बलात्कार कर दिया. बलात्कार के बाद बच्ची के बेबस माता-पिता बच्ची को देर रात सरकारी अस्पताल लेक घूमते रहे. लेकिन बच्ची की तकलीफ समझने वाला कोई ना मिला. सरकारी डॉक्टर अलका परदल ने बच्ची को प्राइवेट अस्पताल ले जाने को कह दिया. सरकारी अस्पताल में बच्ची को वहां के स्टाफ ने दर्द का इंजेक्शन लगाकर प्राइवेट अस्पताल ले जाने को कहा. कोई डॉक्टर उनकी बच्ची को देखने के लिए नहीं आया. पीड़ित पिता ने बताया कि मां ने ही जैसे-तैसे बच्ची की ड्रेसिंग की. सुबह प्राइवेट अस्पताल ने इलाज किया और रायपुर रेफर कर दिया.फिर सुबह अस्पताल जाकर बच्ची का मेडिकल करवाया गया. और अस्पताल प्रबंधन ने पुलिस को घटना की जानकारी दी. ये सब काफी नहीं था जो मामले की रिपोर्टदर्ज होने के 15 घंटो का समय लगा. 

इस घटना से आक्रोशित बाल संरक्षण आयोग की पूर्व अध्यक्ष शताब्दी पांडे, सामाजिक कार्यकर्ता आभा मिश्रा, लीना एंटी, गौरी मुकासदार, वर्षा तिवारी महिला एवं बाल विकास मंत्री रमशीला साहू के पास पहुंची और उन्हें ज्ञापन सौंपा. ये सभी महिला समन्वय की सदस्य भी हैं. इन्होंने ज्ञापन सौंपकर मंत्री जी से कार्रवाई की मांग की. इन्होंने सरकारी डॉक्टर अलका परदल पर सख्त कार्रवाई करने की भी मांग की.मंत्री रमशीला साहू ने इस मामले में कार्रवाई करने का उन्हें आश्वासन दिया. उन्होंने कहा कि वे कार्रवाई के लिए कलेक्टर को पत्र लिखेंगी. महासमुंद के कोतवाली थाना इलाके में 5 साल की बच्ची के साथ पड़ोसी किशन यादव ने बलात्कार किया. रोती-बिलखती बच्ची माता-पिचा के पास पहुंची. उसके प्राइवेट पार्ट्स से बहुत ज्यादा ब्लीडिंग हो रही थी. माता-पिता ये देखकर सहम से गए. उनके पूछने पर बच्ची ने कहा कि ये सब पड़ोसी किशन यादव ने किया है.माता-पिता का कहना है कि सरकारी डॉक्टर अलका परदल ने बच्ची को प्राइवेट अस्पताल ले जाने को कह दिया. सरकारी अस्पताल में बच्ची को वहां के स्टाफ ने दर्द का इंजेक्शन लगाकर प्राइवेट अस्पताल ले जाने को कहा. कोई डॉक्टर उनकी बच्ची को देखने के लिए नहीं आया.पीड़ित पिता ने बताया कि मां ने ही जैसे-तैसे बच्ची की ड्रेसिंग की. सुबह प्राइवेट अस्पताल ने इलाज किया और रायपुर रेफर कर दिया.

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