सिंहस्थ 2016 : हर जगह की रहेगी निगरानी, लगाए जायेंगे 481 कैमरे

उज्जैन : सिंहस्थ.2016 में सिंहस्थ क्षेत्र में 125 पाइंट पर कुल 481 सीसीटीवी कैमरे लगाये जायेंगे। यह कैमरे रातदिन सिंहस्थ क्षेत्र की गतिविधियों पर नजर रखेंगे। घाटों पर स्नान के दौरान 11 स्थानों पर विशेष निगरानी हेतु कैमरे लगाये जा रहे हैं। सीसीटीवी कैमरे जहां एक ओर सड़कों से आ रहे ट्रैफिक पर नजर रखेंगे वहीं सेटेलाईट टाऊनों में कितने वाहन व भीड़ इकट्ठी हो रही हैए इसकी पल-पल की जानकारी कंट्रोल रूम को देंगे। मेला क्षेत्र के 11 प्रवेश द्वारों से सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से सिंहस्थ में आने वाले श्रध्दालुओं की गणना भी की जा सकेगी। यह जानकारी पुलिस अधीक्षक आज संभागायुक्त की अध्यक्षता में आयोजित समीक्षा बैठक में दी। बैठक में पुलिस महानिरीक्षक, उप महानिरीक्षक, मेला अधिकारी अविनाश लवानिया उप मेला अधिकारी गोपाल डाड अनिल पटवा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।

बैठक में पुलिस अधीक्षक ने सीसीटीवी सर्वेलेंस सिस्टम की जानकारी देते हुए बताया कि शहरी क्षेत्र में सौ कैमरा पृथक से 4जी सिस्टम से अटैच किये जायेंगे तथा शहरी क्षेत्र में गतिविधियों पर निगरानी इन्हीं के माध्यम से की जायेगी। साथ ही उन्होंने जानकारी दी कि अग्निशमन व्यवस्था के लिये 20 स्थानों पर फायर फाइटर सिस्टम तैनात किये जायेंगे। साथ ही आठ अन्य स्थानों पर मोटर सायकल पर मोबाईल अग्निशमन यंत्रों की व्यवस्था की जायेगी। इसी तरह उन्होंने ट्रैफिक प्लान को भी प्रोजेक्टर पर नक्शे के माध्यम से समझाया। उन्होंने बताया कि उज्जैन के छह प्रवेश मार्गों पर अस्थायी बस स्टेण्ड व सेटेलाईट टाऊन बनाये जायेंगे।

ये इस प्रकार हैं, देवास रोड पर इंजीनियरिंग कॉलेज परिसर के पास व अतिरिक्त रूप से लालपुर के पास, इन्दौर रोड पर दाऊदखेड़ी व नानाखेड़ा बस स्टेण्ड पर, बड़नगर रोड पर मोहनपुरा रेलवे क्रॉसिंग के पास उन्हेल रोड पर इनर रिंग रोड के पास, आगर रोड पर चककमेड़ के सामने तथा मक्सी रोड पर पंवासा के पास सेटेलाईट टाऊन बनाया जायेगा। इनमें यात्रियों को ठहरने, भोजन व पेयजल के साथ-साथ आवागमन के साधन उपलब्ध करवाये जायेंगे। बैठक में संभागायुक्त द्वारा निर्देश दिये गये कि सीसीटीवी कैमरों के कंट्रोल पैनल के माध्यम से त्वरित डाटा एनालिसिस करते हुए एसएमएस फायरिंग सिस्टम को जोड़ा जाये।

उन्होंने इन्हीं के माध्यम से श्रध्दालुओं के व्यवहार, व्यक्ति विशेष के मोशन डिटेक्शन तथा ह्यूमन ट्रेकिंग मेथड को भी प्लान में शामिल करने को कहा है। संभागायुक्त ने लोक निर्माण विभागए जल संसाधन सहित सिंहस्थ से जुड़े हुए अन्य विभागों को निर्देश दिये हैं कि वे अपनी-अपनी गतिविधियों व कार्यों के बारे में प्रीमार्टम करें और यह पता लगायें कि अचानक उनकी कार्य योजना यदि किसी कारण से फेल हो जाती है तो ऐसी स्थिति में वैकल्पिक व्यवस्थाएं क्या होंगी। उन्होंने हरेक विभाग को इस तरह एक्सरसाईज कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा है।

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