ऐसे पांच योगासन जिनको करने से होगा तुरंत मूड ठीक

इस बात को तो सभी जानते हैं कि योग करने से कई प्रकार के फायदे होते है जो की शरीर को लचीला बनाने के साथ ही शरीर को मजबूती भी है. यदि आप यह सोच रहे हैं कि योग करने से बस यही फायदे है तो आपको इसके बारे में दोबारा सोचना आपके लिए ओर भी फायदेमंद हो सकता है. एक बॉलीवुड शादी के अनुसार, बोस्टन यूनिवर्सिटी के द्वारा हल ही की रिसर्च में पता चला है की योग करने से ब्रेन का गाबा (gamma-aminobutyric acid) कैमिकल का स्तर बढ़ता है जिसके कारण ब्रेन को नर्व एक्टिविटी रेगुलेट करने में आसानी होती है. यह कैमिकल लोगों के मूड और एंजाइटी डिस्‍ऑर्डर के कारण कम होने लगता है, इसके चलते ही आपको अन्य प्रकार की दवाओं को लेने से बेहतर योग करना चाहिए, जिससे आपका तनाव दूर होने के साथ ही मूड भी अच्छा रहेगा.

इन योगासनों को करने से मूड को बेहतर बनाया जा सकता है:

सेतुबंधासन :

सेतुबंधासन को करने से छाती, कंधे और फेफड़े खुल जाते हैं साथ ही सिरदर्द और दिल की समस्याओ में भी आराम मिलता है.

सेतुबंधासन को करने के तरीके

सबसे पहले जमीन पर लेटकर दोनों घुटनों को मोड़ लीजिए, निंतबों को ऊपर उठा कर दोनों हाथों को जमीन पर सीधा रख दीजिये. इस पोज को करते समय ध्यान रहे कंधे और सिर जमीन पर ठीके है, कुछ देर इसी स्थिति में रहे. तत्पश्चात धीरे-धीरे वापिस सामान्य स्थिति में हो जाइए, इसके बाद दोबारा इस आसान को करिए.

नौकासन :

नौकासन करने से पेट की बढ़ी हुयी चर्बी को कम किया जा सकता है, ओर साथ ही तनाव को बहुत ही आसानी से दूर किया जा सकता है. इस आसान से शारीरिक और मानसिक स्टेमिना को बढ़ाया जा सकता है. इस आसन को करने से एंजाइटी भी महसूस नहीं होती.

नौकासन को करने के तरीके

इसमें पिट के बल लेट जाइए और हाथों को साइड में रख लें, धीरे-धीरे नमस्कार की मुद्रा में हाथों को ऊपर उठाएं. साथ ही पैरों और सिर को भी ऊपर उठाएं, नितंब वाला भाग जमीन पर रहेगा, बाकी पूरा शरीर में हवा में लें जाइए, इस आसन को करते समय अधिक से अधिक देर तक रूकने का प्रयास करें.

बालासन :

इस आसान को चाइल्ड पोज भी कहते है, बालासन करने से तनाव और गर्मी को बदन के तापमान में बढ़ने से रोक जा सकता है .यह आसान करने से नींद को बेहतर बनाया जा सकता है.

बालासन को करने के तरीके

इस योग में आपको खड़े रहकर आगे झुकना होता है, ऐसे झुकना होता है ताकि आप अपने हाथों से पैरों को छू पाएं, ऐसा करते हुए पीठ सीधी ही रहनी चाहिए.

शीर्षासन :

इस आसान में सिर के बल खड़े होने के कारण ही इसे शीर्षासन कहते हैं, ये दिमाग के ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाता है साथ ही डिप्रेशन भी दूर करता है. इस आसान से याददात और स्टेमिना को बढ़ाया जा सकता है.

शीर्षासन को करने के तरीके

पहले वज्रासन में बैठें, इसके बाद आगे की ओर झुकते हुए दोनों हाथों की कोहनियों को जमीन पर टिका दें, साथ ही दोनों हाथों की उंगलियों को आपस में जोड़ लें और सर को बीच में रखकर दोनों हाथो की उंगलियो को बांधकर रखें. जब सिर पूरी तरह जमीन पर टिक जाए तो शरीर का पूरा वजन सिर पर छोड़ते हुए शरीर को ऊपर की उठाना शुरू करें. शरीर को पूरी तरह सीधा कर लें, शुरूआत में इस आसन को करने के लिए आप दीवार का सहारा भी लें सकते है.

उष्ट्रासन :

इस आसन को करके मानसिक स्थिरता को बढ़ने के साथ ही शारीरिक संतुलन भी बना रहता है. इस आसन से कई प्रकार के फायदे होते है और टेंशन को दूर किया जा सकता है.

उष्ट्रासन को करने के तरीके

इस आसन को करने के लिए सबसे पहले वज्रासन स्थिति में बैठ जाएं, इसके बाद नितंबों को धीरे-धीरे उठाते हुए पूरे शरीर को ऊपर की ओर उठाएं सिर्फ पैर जमीन पर रहने दें. सीधे होकर हाथों को पीछे की ओर ले जाएं और एडियों का पकड़े. इसके साथ ही गर्दन को भी धीरे-धीरे पीछे की ओर लेकर जाएं, इस आसन में कमर एकदम सीधी होनी चाहिए.

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