3500 किमी का सफर मुफ्त में, लिया हिच हाइकिंग का सहारा, अगला पड़ाव भूटान

इंदौर. कहते है कि जब इरादा अगर पक्का हो तो हिमालय पर भी चढ़ाई की जा सकती है कुछ ऐसा ही कर दिया है इंदौर के युवा ट्रेवलप्रेन्योर आकाश रानीसन ने । यह आकाश का दिवानापन ही है जिसके चलते वे ट्रेवलपे्रन्योर बन चूके है उनका कहना है में दिनोदिन नई बुलंदियो को छू रहा हूॅं । आकाश का अगला पड़ाव है भूटान । वे 1 दिसंबर को भूटान रवाना हो रहे है ये टूर आकाश के लिए बहूत ही खास है इसमें आधा रास्ता वे हिच हाइकिंग करते हुए पार करेंगे और आधा रास्ता साइक्लिंग करते हुए पार करेंगे ।

आकाश भूटान यात्रा के लिए विशेष तैयारी कर चूके है कूल पांच हजार किलोमीटर की इस लंबी यात्रा के दौरान आकाश 1500 किलोमीटर हिच हाइकिंग का सहारा लेंगे और 3500 किलोमीटर की यात्रा वे साइक्लिंग के द्वारा तय करेंगे । आकाश अपनी इस यात्रा के लिए काफी उत्साहित है । हिच हाइकिंग एक ऐसी यात्रा होती है जिसमें आपको एक भी रूपया खर्च करने की जरूरत नहीं है आप दूसरों से लिफ्ट लेकर या और किसी तरह से सहायता लेकर ट्रेवल करते है । आकाश पहले भी कई साईकल टूर कर चूके है, उनका उद्दैश्य सोशल वेलफेयर है ना की घूमना-फिरना आकाश हाल ही में 3500 किलोमीटर का सफर तय कर चुके है, आकाश साइक्लिस्ट भी हैं । 

आकाश इंदौर में गोल्डन बर्ड फाउंडेशन नाम से एक एनजीओ को भी चला रहे है आकाश अपनी यात्रा के दौरान अपनी कई जिज्ञासाओं को शांत करना चाहते है वे कहते है कि लोगों की अवधारणा है कि पैसा ही सबकुछ है लेकिन वे यह नहीं मानते उनका मानना है कि मेंने अपनी यात्रा के दौरान अनुभव किया है कि अभी भी समाज में अच्छाई का अस्तित्व है वे कहते है कि पैसा बहुत कुछ है पर सब कुछ नहीं । 

भूटान यात्रा से मिलेगा आंत्रपे्रन्योर्स को और बढ़ावा :- आकाश अपनी यात्रा का उद्दैश्य बताते है कि में दो वेबसाइट्स को मिलाकर भूटान के आंत्रप्रेन्योर्स को और बढ़ावा देना चाहता हुॅं आकाश अपनी यात्रा में जिन आंत्रप्रेन्योर्स से मिलेंगे उनके जीवन को, उनकी सफलता को वे सक्सेस स्टोरी योर डाॅटकाॅम और विटीफीड पर पब्लिश करेंगे । आकाश का मानना है कि उनके ऐसा करने से उन्हें भी कई तरह से लाभ प्राप्त होगा और उस वेबसाइट को भी और लोकप्रियता मिलेगी जिससे उनकी जीवनशैली में भी परिवर्तन होगा ।

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