उपद्रव करने को लेकर कापू समुदाय के 27 लोगों को पकड़ा

आंध्रप्रदेश: आंध्रप्रदेश पुलिस द्वारा कापू आंदोलन के अंतर्गत दंगा और हिंसा भड़काने का मामला दर्ज किया गया है। इस दौरान पूर्व मंत्रियों और सांसदों के नाम भी शामिल किए गए हैं। खेतिहर समुदाय में आने वाले कापू समाज द्वारा शिक्षा और नौकरी में आरक्षण हेतु इसे पिछड़े वर्ग में शामिल करने की मांग की जा रही है। पुलिस का कहना है कि जिनके पास इस घटना से जुड़े फोटो और वीडियो हैं वे उसे शेयर करें जिससे दंगाईयों और नेताओं की पहचान की जा सके।

आरक्षण की मांग करने वाले कापू समाज के आंदोलन में भी हिंसा भड़क गई। इस मामले में करीब 27 लोगों को पकड़ लिया गया है। इन पर दंगा भडकाने का आरोप भी लगाया गया है। दरअसल आंदोलन के दौरान ईस्ट गोदावरी जिले के तूनी में प्रदर्शन करने वाली भीड़ हिंसक हो गई। उपद्रव की परिस्थितियां निर्मित करने वालों में पूर्व मंत्रियों के नाम भी शामिल किए गए हैं।

यह समुदाय सरकारी सेवाओं और शिक्षा के क्षेत्र में प्रवेश के लिए स्वयं को आरक्षित वर्ग में शामिल किए जाने की मांग कर रहा था। पुलिस द्वारा आंदोलन में हुई हिंसा के तहत फोटो और वीडियोज़ साझा करने की अपील भी की।

हालांकि आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने कापू समाज के राजनीतिक आरक्षण हेतु कैबिनेट की उपसमिति बनाने और इस संबंध में विचार करने को लेकर चर्चा की। उन्होंने यह भी कहा कि इस संबंध में न्यायमूर्ति मंजूनाथ आयोग का गठन भी किया गया है। कैबिनेट के 6 सदस्यों की उपसमिति तैयार की गई है। कापू समाज को आरक्षण देने के मामले में इस समिति द्वारा ही विचार किया जाएगा। 

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