जेनेवा: संयुक्त राष्ट्र के विश्व मौसम संगठन द्वारा हाल ही में कुछ आश्चर्यजनक तथ्य सामने लाए गए हैं। दरअसल हर साल बढ़ती गर्मी लोगो को हलकान करने में लगी है। ऐसे में ये दावे किए जा रहे हैं कि वर्ष 2016 भी बहुत गर्म रहेगा। संयुक्त राष्ट्र के विश्व मौसम संगठन द्वारा यह कहा गया कि वर्ष 2015 में पृथ्वी की सतह का औसत तापमान बहुत बढ़ गया है। संयुक्त राष्ट्र के विश्व मौसम संगठन के प्रमुख माइकल जेराड द्वारा यह भी कहा गया कि पृथ्वी के लिए यह एक गंभीर बात है कि वर्ष 2015 सबसे गर्म वर्ष रहा है। माना जा रहा है कि गर्मी लगातार बढ़ती जा रही है। जमीन और समुद्र का तापमान इस वर्ष मापे गए तापमान से सबसे उपर रहने का अनुमान है। इस वर्ष डब्ल्यूएमओ ने कहा कि विश्व की सतह का तापमान 0.73 तक पहुंचा। तो दूसरी ओर 1961 - 1990 के बीच 14 डिग्री औसत से अधिक रहा। पेरिस में होने वाले संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण सम्मेलन के नवंबर के अंत आयोजित होने की उम्मीद है। इस सम्मेलन में 145 से अधिक देशों के नेता शामिल होंगे। इसमें इस बात पर फोकस किया जाएगा कि ग्लोबल वार्मिंग को विश्व स्तर पर 2 डिग्री सेल्सियस तक कम किया जाए। अर्थात् यह इतना बढ़ न पाए। इसके लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं। अलनीनो के प्रभाव सामने आने के बाद इस मसले पर विश्व गंभीर हो गया। अलनीनो महासागरीय जल की सतह का गर्म होने का ही परिणाम बताया गया है। बीते 6 माह में समुद्र का तापमान जितना अधिक हुआ है उतना कभी नहीं हुआ।