हर 5 में से एक बुजुर्ग अपने घर में ही अपनों के दुर्व्यवहार का शिकार होता हैः सर्वे

नई दिल्ली। बुजुर्गो को आज की न्यूक्लियर फैमिली अपने साथ नहीं रखना चाहता है। बीते दिनों एक वीडियो भी वायरल हुआ था, जिसमें एक महिला एक बुजुर्ग महिला को मारपीट रही है। हेल्पेज इंडिया ने इस मामले में एक सर्वे किया है, जिसके अनुसार, हर पांच में से एक बुजुर्ग अपने घर में ही अपनों के दुर्व्यवहार का शिकार होता है।

इनमें से 98 प्रतिशत बुजुर्ग उनकी रक्षा के लिए बनाए गए कानून का लाभ नहीं उठाते अर्थात शिकायत दर्ज नहीं कराते। वर्ल्ड एल्डर एब्यूजर डे के अवसर पर गैर सरकारी संस्थाओं की ओर से अधिक से अधिक संख्या में लोगों को अपने घरों से बाहर निकलकर अपनी परेशानी बताने की अपील कर रहा है।

बुजुर्गों के साथ दुर्व्यवहार के अधिकतर मामलों में उनके बेटे, बेटी या फिर दामाद होते है और करीब 53.2 फीसद केसों में ऐसा संपत्ति और उत्तराधिकारी को लेकर विवाद के कारण होता है। सिर्फ दिल्ली में ही हेल्पेज इंडिया के पास हर महीने ऐसे शिकायती करीब 150 फोन कॉल्स आते हैं।

हेल्पेज इंडिया में ऑनलाइन काम देखने वाली गीतिका सेन ने बताया कि ज्यादातर कॉल पैसे व प्रॉपर्टी से ही रिलेटेड होते है। फोन करने वालों में पीड़ित के रिश्तेदार या फिर पड़ोसी होते है। ज्यादातर पीडि़त डर से शिकायत नहीं करते कि बाद में कोई और बड़ी बात न हो जाए।

हेल्पेज इंडिया के सीईओ चेरियन ने बताया कि ज्यादातर बुजुर्ग मौन रहकर सब बर्दाश्त करते है। बुजुर्ग के दुर्व्यवहार के मामले उनके अपने ही घर से आते हैं, लेकिन उनके लिए गाइडेंस और काउंसलिंग होने के बावजूद परिवार के सदस्य इसकी शिकायत करना ठीक नहीं समझते हैं।

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