19 साल का फैजान, कहने को AMU का छात्र, लेकिन भारत पर हमले के लिए ISIS के साथ कर रहा था काम !

लखनऊ: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ISIS को समर्थन देने के आरोप में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) के 19 वर्षीय छात्र फैजान अंसारी को गिरफ्तार किया है। वहीं, दूसरी ओर, उत्तर प्रदेश आतंकवाद निरोधक दस्ता (यूपी ATS) ने सहारनपुर से दो बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है। दोनों फर्जी दस्तावेजों के जरिए भारतीय नागरिक बनकर जिले में रह रहे थे। उनकी पहचान 26 वर्षीय हबीबुल्लाह मिस्बाह और 35 वर्षीय अहमदुल्ला के रूप में की गई है।

NIA के सूत्रों ने कहा कि झारखंड के लोहरदगा जिले में फैजान के घर और अलीगढ़ में किराए के कमरे की तलाशी 16 जुलाई और 17 जुलाई को ली गई, जहां कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और आपत्तिजनक सामग्री/दस्तावेज जब्त किए गए। अधिकारीयों ने बताया कि, “फैज़ान ने भारत में ISIS गतिविधियों का समर्थन करने और विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर संगठन के प्रचार को फैलाने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से अपने सहयोगियों और अन्य अज्ञात व्यक्तियों के साथ एक आपराधिक साजिश रची थी। एजेंसी ने कहा, ''इस साजिश का उद्देश्य ISIS की ओर से भारत में हिंसक आतंकी हमले करना था।' फैजान के मेल अकाउंट से भी बहुत सी जानकारियां एजेंसियों को मिली हैं। ये डेटा देश विरोधी हैं और कट्टरपंथी जिहाद को बढ़ावा देता है. भारत में ISIS की गतिविधियों का समर्थन करने के लिये फैजान सोशल मीडिया पर अभियान चला रहा था। 

जांच में पता चला है कि फैज़ान और उसके सहयोगियों ने आतंकी संगठन ISIS के प्रति अपनी निष्ठा जताई थी। वह भारत में ISIS के कैडर बेस को समृद्ध करने के लिए नव-धर्मांतरितों को कट्टरपंथी बनाने और उन्हें आतंकवादी गुट में आकर्षित करने की प्रक्रिया में भी सक्रिय था। फैजान विदेश स्थित ISIS संचालकों के संपर्क में था, जो भर्ती प्रक्रिया में उसका मार्गदर्शन कर रहे थे। इस बीच, यूपी ATS के अधिकारियों ने कहा कि हबीबुल्ला ने खुद को नजीर और अहमदुल्ला ने अब्दुल अवल बताया था।

ATS ने इनके पास से एक सिम कार्ड, दो मोबाइल चिप, आधार कार्ड की फोटोकॉपी, पासपोर्ट सेवा केंद्र की फीस रसीद की फोटोकॉपी, 10 रुपये के स्टांप पर बने शपथ पत्र की फोटोकॉपी, राशन कार्ड की फोटोकॉपी, बांग्लादेश सरकार का वोटर ID कार्ड, फिनो बैंक पासबुक की फोटोकॉपी, डच बांग्ला बैंक की फोटोकॉपी, जन्म प्रमाण पत्र (असम), पैन कार्ड की फोटोकॉपी, लेटर मदरसा अल जामियातुल इस्लामिया खानका-ए-मदानी (उर्दू भाषा) की फोटोकॉपी बरामद किए हैं। एजेंसी ने हबीबुल्लाह के पास से 1700 रुपये और अहमदुल्ला के पास से एक मोबाइल फोन, दो सिम कार्ड, एक बांग्लादेशी पासपोर्ट, एक भारतीय मतदाता पहचान पत्र, एक पैन कार्ड और 1,230 रुपये बरामद किए हैं।

विशेष महानिदेशक, कानून एवं व्यवस्था, प्रशांत कुमार ने कहा कि प्रारंभिक पूछताछ के दौरान, दोनों ने कबूल किया कि वे बांग्लादेशी नागरिक थे और बॉर्डर पार करके अवैध रूप से यहां आए थे। उन्होंने कहा कि, 'बांग्लादेशी पासपोर्ट और मतदाता पहचान पत्र के साथ भारतीय निवास प्रमाण पत्र और पहचान पत्र की प्राप्ति, भारत में स्थायी रूप से रहने के उनके इरादे को दर्शाती है। ऐसे पहचान पत्र बनाने में उनके मददगारों के बारे में जानकारी मांगी जा रही है।'

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