मनसे की मांग, सैनिटरी नैपकिनों को कर मुक्त करें

मुंबई : 1 जुलाई से पूरे देश में लागू हो रहे GST में महिलाओं को हर माह मासिक धर्म में उपयोग होने वाले सैनिटरी नैपकिनों पर 12 फीसदी टैक्स लगाने का विरोध जोर पकड़ रहा है. कई महिला संगठन सैनिटरी नैपकिनों पर 12 फीसदी टैक्स लगाए जाने का विरोध कर रही हैं.

उल्लेखनीय है कि इस मामले में महिला संगठनों का तर्क है कि एक ओर तो सरकार महिलाओं की सुरक्षा और स्वास्थ्य की बात करती है, और दूसरी ओर उनके उपयोग में आने वाली वस्तुओं पर इतना भारी भरकम टैक्स लगा रही है,जिसे उचित नहीं कहा जा सकता है. अब इस मामले में अब महाराष्ट्र नव निर्माण सेना (मनसे )के प्रमुख राज ठाकरे की पार्टी ने भी इसका विरोध शुरू किया है.

बता दें कि इसी सिलसिले में मनसे की नेता शालिनी ठाकरे ने केंद्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली से मुलाकात कर उनसे अपील की सैनिटरी नैपकिनों को कर मुक्त घोषित किया जाए. मनसे का कहना है कि सैनिटरी नैपकिन सिर्फ एक वस्तु नहीं बल्कि महिलाओं की सुरक्षा और स्वास्थ्य से जुड़ा मामला है. यही नहीं सैनिटरी नैपकिन पर्यावरण की सुरक्षा में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. इस दृष्टिकोण से भी इसे पूर्णतः कर मुक्त घोषित किया जाए.

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