चेतन पर 1 करोड़ की मानहानि का मुकदमा दायर

मशहूर लेखक चेतन भगत की आने वाली नई किताब "हाफ गर्लफ्रेंड" एक बार फिर सुर्ख़ियो में है. बिहार के पूर्व प्रिंसली स्टेट डुमरांव राजघराने के युवराज चंद्रविजय सिंह ने चेतन भगत की "हाफ गर्लफ्रेंड" में उनके बारे में लिखे गए अपमानजनक संदर्भ को लेकर एक करोड रूपये की मानहानि का मुकदमा दायर कराया है. चेतन के खिलाफ यह मुकदमा नई दिल्ली हाईकोर्ट में दाखिल किया गया है. हाईकोर्ट ने इस मामले में नोटिस जारी कर चेतन और उनकी पुस्तक "हाफ गर्लफेंड्र" के प्रकाशक रूपा पब्लिकेशन को आगामी एक मई को कोर्ट के समक्ष स्वयं उनके वकील को उपस्थित होने के लिए कहा है. 
सिंह ने बताया कि उनके परिवार के बारे में इस किताब में लिखी गई अपमानजनक बातें पूरी तरह से गलत हैं. उन्होंने कहा कि इससे उनके परिवार की जो बदनामी हुई है उसकी भरपाई नहीं हो सकती इसलिए हमने मानहानि के तौर पर एक करोड रूपये निर्धारित की है. उन्होंने कहा कि इस किताब के कारण उनके अपमान का विरोध डुमरांव की जनता ने भी किया है. डुमरांव राजघराने के युवराज ने कहा कि उन्होंने अदालत से यह भी आग्रह किया है कि एक आयुक्त या विशेष अधिकारी के जरिए इस किताब की कितनी प्रतियां बेची गई हैं और उसे भारत और विदेशों में उसकी बिक्री को बढावा देने के लिए कितनी राशि खर्च की गई है इसकी जांच कराई जाए. डुमरांव राजघराना के युवराज चंद्र विजय सिंह (67) महाराजा कमल बहादुर सिंह (89) के बडे बेटे हैं. महाराज देश की प्रथम दो लोकसभा के सदस्य भी रह चुके हैं. 
युवराज ने बताया कि उनका परिवार इस मामले में दिल्ली के वकील गौरव घोष की सेवा ले रहा है. उन्होंने बताया कि मानहानि के मुकदमे की भनक लगने पर भगत ने चतुराई के साथ "हाफ गर्लफेंड्र" के हिंदी संस्करण में डुमरांव का नाम बदलकर सिमरांव कर दिया है. "हाफ गर्लफ्रेंड" एक गांव के लडके, जिसे युवराज या डुमरांव राजघराने के उत्तराधिकारी के तौर पर पेश किया गया है और एक शहरी लडकी की प्रेमकथा है. अपनी शिकायत में सिंह ने कोर्ट को बताया है कि "हाफ गर्लफ्रेंड" किताब में हमें जुआरी और शराबी के रूप में रेखांकित किया गया है जो एक तरीके से हमारा अपमान है.

Related News