नई दिल्ली : केन्द्र की मोदी सरकार द्वारा हाल ही में बलूच भाषा में आॅल इंडिया से कार्यक्रमों का प्रसारण करने का निर्णय लेने के बाद पाकिस्तान में विरोध शुरू हो गया है, लेकिन बलूचिस्तान के लोगों में मोदी के इस फैसले का जोरदार स्वागत हो रहा है।
बताया गया है कि बलूचिस्तान के लोग अब उस दिन का इंतजार कर रहे है, जब आॅल इंडिया रेडियो से बलूच भाषा में समाचारों और अन्य कार्यक्रमों का प्रसारण शुरू हो। गौरतलब है कि बीते दिन ही मोदी सरकार की कैबिनेट ने आॅल इंडिया रेडियो से बलूच भाषा में कार्यक्रमों व समाचारों का प्रसारण करने का निर्णय लिया है। इसे लेकर पाकिस्तानी सरकार चिंता में पड़ गई है और तुरंत ही पाकिस्तान में भारतीय रेडियो व टीवी चैनलों के होने वाले प्रसारणों पर रोक लगा दी गई।
हालांकि पाकिस्तानी सरकार ने यह कहा है कि उसने अवैध रूप से प्रसारित होने वाले चैनलों पर रोक लगाने के निर्देश जारी किये है, लेकिन सूत्र बताते है कि पाकिस्तान भारत के इस फैसले से तिलमिला गया है। पाकिस्तान की दुखती रग पर हाथ रखने से वह पहले से ही भारत से चिढ़ा हुआ है, उपर से बलूच भाषा में कार्यक्रमों का प्रसारण करने के फैसले से पाकिस्तान और अधिक भारत का विरोधी हो गया है।
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले की प्राचीर से भाषण देते हुये बलूचिस्तान का मुद्दा उठाया था और इसके बाद से बलूचिस्तान में पाकिस्तान के खिलाफ चिंगारी भड़क गई है।