हैदराबाद : बैंक में कालाधन जमा करवाने के लिए अग्रिम राशि के भुगतान की फर्जी रसीद तैयार करने के आरोप में एक व्यवसायी को पकड़ लिया गया। इस मामले में कारोबारी पर गलत तरह से बैंक में लगभग 98 करोड़ रूपए जमा करने का आरोप लगाया। इस मामले में पुलिस ने कहा कि कैलाश चंद गुप्ता को नोटबंदी के दौरान धोखाधड़ी करने और गलत तरह से नोट जमा करने के आरोप में पकड़ लिया।
दरअसल नोटबंदी को लेकर इस व्यक्ति को जालसाजी के आरोप में पकड़ा गया। इतना ही नहीं गुप्ता के रिश्तेदार नरेदी नरेंद्र कुमार को पकड़ लिया गया है। दरअसल कैलाश चंद गुप्ता का परिवार का आभूषण का कारोबार है ये अपने दो पुत्रों और बहु के साथ मिलकर कारोबार करते हैं। मगर नोटबंदी के बाद उन्होंने बैंक में कैश जमा करने के लिए जालसाजी का रास्ता अपनाया। इतना ही नहीं इसके लिए अग्रिम भुगतान की जाली रसीदें तैयार करवाई गईं।
इस हेतु 3100 ग्राहकों के 57.85 करोड़ रूपए के अग्रिम भुगतान की रसीद भी तैयार कर ली। मगर इस तरह की रसीदें 8 नवंबर की रात्रि में 9 बजे से रात्रि 12 बजे तक की दर्शाई गईं। आरोप लगाए गए कि इस तरह के बैंक्स में गुप्ता परिवार ने बड़े पैमाने पर अपनी काली कमाई जमा की थी।