नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार की अवैध बूचड़खानों पर कार्रवाई से बीफ का मुद्दा चरम पर है.बूचड़खाने बंद करने के विरोध में उत्तर प्रदेश में मीट व्यापारी बेमियादी हड़ताल है. इसका असर भारत के बीफ निर्यात पर पड़ सकता है. बता दें कि विश्व में बीफ निर्यात में भारत पहले नंबर पर है और इसका सालाना कारोबार करीब 27 हजार करोड़ रुपये का है.
उल्लेखनीय है कि अमेरिकी कृषि विभाग के अनुसार बीफ के निर्यात में भारत ब्राजील के साथ संयुक्त रूप से दुनिया में नंबर एक है. वित्त वर्ष 2015-16 में भारत की बीफ बाजार में करीब 20 फीसदी की हिस्सेदारी है. वित्त वर्ष 2014-15 में भारत ने 24 लाख टन बीफ निर्यात किया था.आपको यह जानकर हैरानी होगी किभारत ने बासमती चावल से भी ज्यादा बीफ का निर्यात किया है.पिछले 5 सालों में कुल निर्यात राजस्व में बीफ निर्यात से होने वाली आय 0.76% से बढ़कर 1.56 फीसदी हो गई है.
बता दें कि मांस की सबसे ज्यादा खपत वाले देश चीन ने भारत से बीफ आयात पर सहमति दे दी है.जनवरी 2017 में चीन ने आधिकारिक तौर पर पहली बार भारत से बीफ इम्पोर्ट के लिए हामी भरी .सरकार की कोशिशों के बाद बीजिंग से बूचड़खानों का जायजा लेने के लिए टीम भेजी गई , जिसमें 14 बूचड़खानों को मानकों के अनुरूप पाया गया. यहां से भैस का मांस (बीफ) निर्यात किया जाएगा.
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