नई दिल्ली : भारतीय पहलवान योगेश्वर दत्त ने 2012 लंदन ओलिंपिक खेलों मे भारत को कांस्य पदक दिलाया था लेकिन 4 साल बीतने के बाद उन्हे अब दूसरी खुशी मिलने जा रही है। रियो मे अपना शानदार प्रदर्शन न दिखा पाने से हताश योगेश्वर को इस खराब से थोड़ी राहत जरूर मिलेगी क्योंकि लंदन मे खेले गए ओलिंपिक मे रजत पदक पाने वाले बेसिक कुदुखोव को 4 साल बाद डोपिंग के दोषी पाए जाने के कारण उनसे उनका तमगा छीना जा चुका है होगा। अब जब दुसरे स्थान पर रहे कुदुखोव का मेडल छीन लिया गया है ऐसे में योगेश्वर को दूसरा स्थान प्राप्त होगा और उनका कांस्य पदक रजत में तब्दील हो जायेगा।
सिल्वर मेडल के मिलते ही योगेश्वर भारत के दूसरे रजत पदक जीतने वाले पहलवान हो जाएंगे। क्योंकि सुशील कुमार ने लंदन ओलंपिक गेम्स में 66 किलोग्राम वर्ग में कुश्ती का सिल्वर मेडल जीता था। जबकि 2012 के ओलंपिक में 60 किलोग्राम वर्ग में योगेश्वर दत्त ने उत्तर कोरिया के री जोंग मयूंग को शिकस्त देकर कांस्य पर अपना कब्ज़ा ठोका था।
- प्री क्वार्टर फाइनल में योगेश्वर दत्त रूसी पहलवान कुदुखोव से हार गए थे। कुदुखोव के फाइनल में जगह बनाने के कारण भारतीय पहलवान दत्त को रेपचेज के जरिए एक और मौका मिला। योगेश्वर ने मौके का फायदा उठाते हुए रेपचेज राउंड के जरिये ब्रॉन्ज मेडल जीता।
रूसी पहलवान बेसिक कुदुखोव पर किया गया डोपिंग टेस्ट पॉजिटिव निकल है जिसके चलते उनसे उनका रजत पदक छीन लिया गया है। अब दत्त इस पदक के हकदार होंगे इस बात की पुष्टि यूनाइटेड वर्ल्ड रेस्लिंग के सूत्रों ने कर दी है।
लंदन में कांस्य पर कब्ज़ा करने वाले भारतीय पहलवान योगेश्वर दत्त इस बार रियो में अपना ख़ास प्रदर्शन नहीं दिखा सके और 65 कि.ग्रा. वर्ग में अपने पहले ही राउंड में बाहर हो गए थे। मंगोलिया के पहलवान मन्दाखनारन गैंजोरिग ने दत्त को 3-0 से हराकर बाहर का रास्ता दिखाया था.