धनतेरस में धन की वर्षा
हो गई आसमान से
इस दीवाली दीप जलाना
सब मिलकर सम्मान से
भाई चारे में भेद न करना
करना प्रार्थना भगवान से
कभी न किसी के दिल को दुखाना
चाहे वो दिखे अन्जान से
चाईना के प्रोडक्ट को दूर भगानां
इतने है अरमान से
जो भारत को खोखला कर दें
हम इतने भी नहीं है नादान से
एक दिन हम ज़ितेंगे
बढ़ेंगे हम विज्ञान से
उच्च श्रेणी में होगी गिनती
दिखेंगे हम विद्वान से
धन तेरस में धन की वर्षा
हो गई आसमान से
इस दीवाली दीप जलाना
सब मिलकर सम्मान से
बच्चे बूढ़े सब दीप जलाना
अन्तर्मन विश्वास से
कभी न किसी को ठेस पहुचानां
तन मन के एहसास से
गरीबो को देकर कुछ
कहना ये पैगाम से
तुम बिन मेरी कैसी दीवाली
भाई तुम हो मेरे प्राण से
धनतेरस में धन की वर्षा
हो गई आसमान से
इस दीवाली दीप जलाना
सब मिलकर सम्मान से !
दिवाली के मौके पर अपने मेहमानो को खिलाये ड्राई फ्रूट कचोरी