आज से होगा एक्सीलेंस कॉलेज में नैक की टीम का निरीक्षण
आज से होगा एक्सीलेंस कॉलेज में नैक की टीम का निरीक्षण
Share:

भोपाल। राजधानी के एक्सीलेंस कॉलेज में 29 से 31 अगस्त तक नेशनल असिसमेंट एक्रीडिटेशन काउंसिल (नैक) की टीम का निरीक्षण होना है। इसमें एक्सीलेंस के पास अपनी ए-ग्रेड को बरकरार रखने का खतरा मंडरा है। इसे देखते हुए संस्थान ने 22 से 27 तक आवेदन बुलाए और 28 अगस्त को आनन-फानन में करीब 50 शिक्षकों की निुयक्ति भी कर दी है। इन नियुक्तियों को लेकर रविवार को संस्थान में विवाद की स्थिति भी बनी।

संस्थान के पास सबसे बड़ी कमी फैकल्टी की है। दो साल से यह समस्या बनी हुई है। पिछले साल भी फैकल्टी की नियुक्ति समय पर नहीं हुई थी। इससे संस्थान के छात्रों को प्रदर्शन करना पड़ा था। इस साल भी शिक्षण सत्र शुरू होने के एक महीने बाद भी फैकल्टी की नियुक्ति नहीं हो पाई। नैक की टीम के निरीक्षण के चलते आनन-फानन में नियुक्ति चल रही है। यह कमियां ग्रेडिंग बिगाड़ सकती है।

नैक की ग्रेडिंग के मामले में राजधानी समेत प्रदेश के कॉलेजों की स्थिति बेहद खराब है। अभी भोपाल में सिर्फ एमवीएम के पास ए ग्रेड है। अगर एक्सीलेंस को एक बार फिर ए-ग्रेड मिलता है तो दो कॉलेजों के पास ए-ग्रेड हो जाएगा। संस्थान तीसरी बार नैक का मूल्यांकन करा रहा है। इससे पहले दो बार संस्थान को ए-ग्रेड मिल चुका है। अब तीसरी बार के मूल्यांकन की तैयारियों में जुटा है। उधर, गे्रडिंग बिगड़ने की एक बड़ी वजह यूजीसी द्वारा ग्रेडिंग की प्रक्रिया में बदलाव भी सामने आ रहा है।

नहीं मिलेगी यूजीसी की ग्रांट

यूजीसी ने सरकारी और निजी कॉलेजों की गुणवत्ता सुधारने नैक का मूल्यांकन अनिवार्य कर दिया है। जिस संस्थान के पास नैक का मूल्यांकन नहीं होगा, उसे यूजीसी से ग्रांट नहीं मिलेगी।

चार साल है ग्रेडिंग की अवधि
ग्रेडिंग की वैधता चार साल की रहती है। इसके बाद संबंधित संस्थाओं को नैक से मूल्यांकन कराना होता है। इसका प्रपोजल खुद संस्थान को नैक के पास भेजना होता है। इसके बाद टीम निरीक्षण करती है।

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -