भंडारे में पूरी छूने पर दलितों को सुनाया तुगलकी फरमान
भंडारे में पूरी छूने पर दलितों को सुनाया तुगलकी फरमान
Share:

भले ही हमारी सरकार मैक इन इंडिया और डिजिटल इंडिया की बात करती हो लेकिन आजादी के बाद से लेकर आज भी हमारे देश में पुरानी कुरूतियो की जड़ वैसी की वैसी ही है. झाँसी के जालौन जिले के उरई के पास गांव गिरथान में ऐसा ही एक संगीन मामला आया है जहां छुआ-छूत को लेकर तुगलकी फरमान सुना दिया गया.

दरअसल कुछ दि‍न पहले एक भंडारे के आयोजन में कुछ दलि‍तों ने पूड़ी की डलिया छू ली. इसके बाद ऊँची जाती वाले ग्रामीणों ने भंडारे का बहि‍ष्‍कार कर दि‍या और हुक्‍का-पानी बंद करने का फरमान सुना दिया.

एलान किया गया की जिसने भी दलितों की मदद की उनसे 1 हजार रुपए जुर्माना वसूला जाएगा. साथ सबके सामने 5 जूते भी मारे जाएंगे. इस डर से लोगों ने उनसे नाता तोड़ लिया है. ग्रामीण कमलेश कुमार के मुताबिक दलितों का बहिष्कार करने का फरमान जारी हुआ. इसके बाद गांव के दुकानदारों ने उन्हें रोज की जरूरतों का सामान देना बंद कर दिया. नाई की दो दुकानें थीं.

एक ने बवाल के चक्कर में दुकान बंद कर दी, दूसरे ने उनके बाल काटने से इनकार कर दिया. पंप से दलितों के घर पहुंचने वाला पानी भी रोक दिया गया. यहां का एक युवक दलित बच्चों को ट्यूशन पढ़ाता था. उसने क्लास 5 तक के 5 दलित बच्चों ट्यूशन पढ़ने से मना कर दिया. तीसरी कक्षा में पढ़ने वाली साक्षी ने बताया कि सर ने उसे कहा कि छुट्टी है. दलित महिलाओं को मंदिर जाने से रोक दिया गया है.

इस मामले के सामने आने के बाद प्रशासन ने की खानापूर्ति की. घटना के दो दिन बाद शिकायत उरई जिला प्रशासन से की गई. दोनों पक्ष सीओ जंग बहादुर सिंह के सामने पहुंचे. यहां अधिकारियों ने यह कहते हुए समझौते के कागज पर साइन करा लिया कि आगे कोई दिक्कत नहीं होगी. बता दे की प्रशासनिक-राजनीतिक तौर पर गांव में दलितों की इस घटना के बाद कोई मदद नहीं की गई.

रिलेटेड टॉपिक्स
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -