ढाका: बांग्लादेश के सबसे बड़े आतंकी हमले में कैफ़े की घेराबंदी के लिए आतंकवादियों को प्रशिक्षण देने वाले बांग्लादेशी उग्रवादी संगठन सरगना को एक अभियान के दौरान उसके ठिकाने पर मार गिराया गया. खुफिया शाखा के अतिरिक्त उपायुक्त सानवर हुसैन ने बताया कि कल देर रात ढाका के रूपनगर इलाके में एक घर पर छापे के दौरान मतक की पहचान मुराद के रूप में की गयी. उसके संगठन में लोग उसे मेजर मुराद भी कहते थे.
वह राजनयिक इलाके में होली आर्टिसन बेकरी पर एक जुलाई को हुए हमले के सरगना नियो जमातुल मुजाहिद्दीन बांग्लादेश (जेएमबी) के प्रमुख तमीम अहमद चौधरी का सहयोगी था. इस हमले में 22 लोगों की मौत हो गयी थी जिसमें से अधिकतर विदेशी थे. बीडी न्यूज ने हुसैन के हवाले से कहा कि सूचना के आधार पर कार्रवाई की गई.
संयुक्त आयुक्त अब्दुल बतीन ने बताया कि आतंकवादी के साथ मुठभेड़ में नजदीकी थाना के प्रभारी सहित तीन पुलिसकर्मी भी घायल हो गए. बतीन ने बताया कि रूपनगर थाना के प्रभारी सैयद शहीद आलम, इंस्पेक्टर शहीन फकीर और सब इंस्पेक्टर मोहम्मद रहमान भी घायल हुए हैं. उन्होंने बताया कि ढाका मेडिकल कॉलेज अस्पताल में उनका इलाज किया जा रहा है.
पुलिस के आतंकवाद निरोधी इकाई के प्रमुख मोनिरूल इस्लाम ने बताया कि मुराद जेएमबी का आतंकवादी प्रशिक्षक था. उसे संगठन में मेजर मुराद के नाम से जाना जाता था. पुलिस ने रूपनगर के उस घर में गुरुवार को भी छापेमारी की थी लेकिन वह बंद पड़ा था.