नई दिल्ली; अब बच्चो को अपने भारी भरकम बैग से रहत मिलने वाली है, केंद्र सरकार स्कूलों को एक ऐसा सोफ्टवेयर देने जा रहा है, जिससे बच्चो को अपनी पीठ पर कॉपी-किताबो से भरा बैग अब नहीं टांगना पड़ेंगे. वही इस बात की घोषणा खुद केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने की है.
जावड़ेकर ने नीमच जिले के जावद में देश के पहले 20 हाईटेक स्कूलों का शुभारम्भ करते हुए कहा कि देश में पहली से बारहवीं तक के 15 लाख स्कूलों में 26 करोड़ बच्चे शिक्षा हासिल करते हैं. इन बच्चों को पढ़ाने का काम 70 लाख शिक्षक करते है और करीब 10 करोड़ बच्चों को मिड डे मिल स्कूल में दिया जाता है.
वही उसके बाद केंद्रीय मंत्री ने कहा कि, अब केंद्र सरकार एक नई योजना ला रही है. जिसमें हम बस्तों के बोझ को हल्का कर देंगे. इसके लिए एक सॉफ्टवेयर तैयार किया गया है लेकिन यह सॉफ्टवेयर उन्हीं स्कूलों को मिलेगा जो अपने खर्च से या चन्दे से डिजिटल बोर्ड और प्रोजेक्टर खरीदेंगे.
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