May 30 2017 02:15 AM
हनुमान जी शीघ्र प्रसन्न होने वाले देवता माने जाते है तथा कोई भी संकट यदि हो तो उनकी आराधना से अवश्य ही दूर होते है। हनुमानजी की स्तुति करने से निश्चित ही फायदा होता है क्योंकि यह स्तुति न केवल सरल है बल्कि चमत्कारी भी है। यहां भगवान हनुमानजी की स्तुति प्रस्तुत की जा रही है।
नमो केसरी पूत महावीर वीरं, मंङ्गलागार रणरङ्गधीरं।
कपिवेष महेष वीरेश धीरं, नमो राम दूतं स्वयं रघुवीरं।
नमो अञ्जनानंदनं धीर वेषं, नमो सुखदाता हर्ता क्लेशं।
किए काम भगतों के तुमने सारे, मिटा दुःख दारिद संकट निवारे।
सुग्रीव का काज तुमने संवारा, मिला राम से शोक संताप टारा।
गये पार वारिधि लंका जलाई, हता पुत्र रावण सिया खोज लाई।
सिया का प्रभु को सभी दुःख सुनाया, लखन पर पड़ा कष्ट तुमने मिटाया।
सभी काज रघुवर के तुमने संवारे, सभी कष्ट हरना पड़े तेरे द्वारे।
कहे दास तेरा तुम्हीं मेरे स्वामी, हरो विघ्न सरे नमामी नमामी।
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